माइक्रोसॉफ्ट ने पुलिस के लिए AI का उपयोग पर पाबंदियाँ लगाई
हाल ही में, माइक्रोसॉफ्ट ने अपनी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) सेवाओं के उपयोग पर नई पाबंदियाँ लगाई हैं
हाल ही में, माइक्रोसॉफ्ट ने अपनी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) सेवाओं के उपयोग पर नई पाबंदियाँ लगाई हैं, विशेष रूप से पुलिस विभागों द्वारा चेहरे की पहचान के लिए इसके उपयोग को रोकने के लिए। यह कदम निजता के मुद्दों और AI प्रौद्योगिकी के संभावित दुरुपयोग के चिंताओं के मद्देनजर उठाया गया है।माइक्रोसॉफ्ट ने अपनी एज़्योर ओपनएआई सेवा की नीतियों को अपडेट किया है, जिससे अमेरिकी पुलिस विभागों को इसकी जेनेरेटिव AI प्रौद्योगिकियों का उपयोग करने पर रोक लगाई गई है। इस नीति में संशोधन के बाद, अब पुलिस विभाग चेहरे की पहचान के लिए रियल-टाइम फेशियल रिकग्निशन तकनीक का उपयोग नहीं कर सकते हैं, जैसे कि मोबाइल कैमरों और डैश-माउंटेड कैमरों के माध्यम से व्यक्तियों की पहचान करना। यह प्रतिबंध वैश्विक स्तर पर लागू होता है, जिससे किसी भी देश की पुलिस इस प्रौद्योगिकी का उपयोग नहीं कर सकती है।माइक्रोसॉफ्ट का यह कदम निजता और AI नैतिकता के बढ़ते मुद्दों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। कंपनी ने इस बदलाव को लागू करने का निर्णय तब लिया जब विभिन्न अध्ययनों से पता चला कि फेशियल रिकग्निशन सिस्टम अक्सर रंगीन लोगों की गलत पहचान कर सकते हैं। इस प्रकार की प्रौद्योगिकी के दुरुपयोग की संभावना को देखते हुए, माइक्रोसॉफ्ट ने इसे नियंत्रित करने के लिए कड़े कदम उठाए हैं।इसके अलावा, माइक्रोसॉफ्ट ने अपनी नीतियों में यह भी स्पष्ट किया है कि वे किसी भी स्थिति में पुलिस विभागों को उनकी AI सेवाओं का उपयोग करने की अनुमति नहीं देंगे, जिससे उनकी प्रौद्योगिकियों का दुरुपयोग हो सकता है। यह नीति विशेष रूप से उन मामलों में लागू होती है जहां AI का उपयोग व्यक्तियों की पहचान करने के लिए किया जा सकता है।माइक्रोसॉफ्ट के इस निर्णय से यह स्पष्ट होता है कि कंपनी AI के जिम्मेदार उपयोग को लेकर कितनी सजग है और यह कि वे अपनी प्रौद्योगिकियों के संभावित नकारात्मक प्रभावों को कम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।